न्यु बालाजी नर्सिंग होम व डॉक्टर नितेश वाजपेई पर की गई कार्रवाई रद्द हो जेसीआई ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर की मांग

बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले में कोरोना महामारी के दौरान जब अस्पतालों में बिस्तर उपलब्ध नहीं थे ऐसे समय में एक डॉक्टर का फर्ज निभाते हुए न्यू बालाजी नर्सिंग होम के संचालक डॉ नितेश वाजपेई द्वारा मरीजों की जान बचाने का कार्य किया गया। लेकिन प्रशासन द्वारा उन पर कार्रवाई कर नर्सिंग होम का पंजीयन रद्द कर बंद किया गया जिसका विरोध जेसीआई द्वारा करते हुए जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही को रद्द करने की मांग की।
गौरतलब है कि जिले में जब कोरोना महामारी बड़े पैमाने पर फैल रही थी। मरीजों को चिकित्सालय में बेड भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे थे तब इस महामारी काल में डॉक्टरी पेशे का फर्ज निभाते हुए जेसीआई गोंदिया सेंट्रल के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर नितेश वाजपेई द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों की जान बचाने का कार्य किया तथा डॉक्टर बाजपेई द्वारा 9 अप्रैल और 19 अप्रैल को प्रशासन को निवेदन देकर कोविड-19 हॉस्पिटल शुरू करने की मांग की गई थी। लेकिन आवेदन को मंजूर नहीं किया गया ना ही अनुमति दी गई। जब इस कठिन परिस्थिति में त्राहि-त्राहि मची तो डॉक्टर बाजपेई ने डॉक्टर का फर्ज निभाते हुए बड़ी संख्या में लोगों का साधारण शुल्क तथा निशुल्क उपचार भी किया गया लेकिन प्रशासन द्वारा इसकी उचित तरीके से जांच ना कर एकतरफा कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करने व नर्सिंग होम का पंजीयन रद्द करने की सजा दी। जिसका विरोध जेसीआई गोंदिया सेंट्रल द्वारा करते हुए अध्यक्ष सीए मंजरी द्वारा प्रशासन की कार्रवाई की निंदा करते हुए प्रशासन से अपना निर्णय वापस लेने की मांग का ज्ञापन उप जिला अधिकारी को देकर की है। विशेष यह है की प्रशासन की इस कार्रवाई के विरोध में तथा डॉक्टर बाजपेई के समर्थन में जेसीआई द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था जिसमें सैकड़ों लोगों ने अपना समर्थन देकर हस्ताक्षर भी किया ।

 

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