गोंदिया जिला परिषद सभापतियो को विभाग वितरण नाराजगी आई सामने उपाध्यक्ष यशवंत गणवीर को शिक्षण व आरोग्य, संजय टेंभरे बांधकाम – वित्त, रूपेश कुथे को कृषि व पशु संवर्धन विशेष सभा बीच में ही छोड़कर सभापति कुथे ने किया बायकाट

बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिला परिषद में आखिरकार डेढ़ माह के पश्चात सभापतियो को विभागों का वितरण किया गया जिसके लिए शुक्रवार 24 जून को जिला परिषद के सभाग्रह में विशेष सभा का आयोजन किया गया था। उपरोक्त सभा में उपाध्यक्ष यशवंत गणवीर को शिक्षा व स्वास्थ्य ,संजय टेंभरे को बांधकाम व वित्त तक रूपेश (सोनू) कुथे को कृषि व पशु संवर्धन विभाग दिए गए, किंतु उपरोक्त विभाग वितरण में सभापति की नाराजगी सामने आई।
सभा शुरू होते ही सदन में हस्ताक्षर कर रुपेश कुथे ने सभा का किया बायकाट ।
गौरतलब है कि गोंदिया जिला परिषद के सभापतियो का चुनाव 10 मई को संपन्न हुए थे जिसमें भाजपा की ओर से संजय टेंभरे, सविता पुराम, राष्ट्रवादी की ओर से इंजीनियर यशवंत गणवीर वह पूजा अखिलेश सेठ तथा निर्दलीय सदस्य के रूप में रुपेश कुथे निर्वाचित हुए थे किंतु डेढ़ माह बीत जाने के बावजूद भी सभापतियों को विभागों का वितरण नहीं हो पाया था। हालांकि उपरोक्त चुनाव में सविता पुराम को महिला व बालकल्याण तथा पूजा अखिलेश सेठ समाज कल्याण विभाग के पद पर निर्वाचित हुई थी तथा शेष तीन सभापति को 24 जून शुक्रवार को जिला परिषद सभागृह में दोपहर 1:00 बजे आयोजित विशेष सभा में विभागों का वितरण किया गया साथ ही 10 समितियों का भी गठन किया गया।
उपरोक्त विभाग वितरण व समिति गठन में सभापति व जिला परिषद सदस्यों की नाराजगी वह विरोध खुलकर सामने आया जिसके चलते सभापति रूपेश(सोनू) कुथे सदन की कार्यवाही शुरू होने के पश्चात सदन के उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर कर बीच में ही सभा छोड़कर सदन से निकल गए वहीं अनेक सदस्य भी सदन से सभा का बायकाट किया जिसमें रचना गहाने डॉ भुमेंश्वर पटले ,किशोर महारवाडे का समावेश है। अब यह देखना है कि सभा पतियों के विभाग वितरण में उनकी नाराजगी सामने आने पर जिला परिषद कार्यकाल में इसका असर कितना सामने आता है।
नागपुर का आदेश स्थानीय भाजपा नेता बेबस
गोंदिया जिला परिषद के सभापतियो के विभाग वितरण में भाजपा में नागपुर के वरिष्ठ नेताओं द्वारा निर्देश दिया जाता है जिसके अनुसार ही उसका पालन होता है जिसके चलते जिले के स्थानीय भाजपा नेता बेबस नजर आते हैं जिसके चलते भाजपा से निर्वाचित सदस्यों द्वारा नाराजगी व्यक्त करने के बावजूद स्थानीय स्तर के नेता उसका समाधान नहीं कर पाते जिससे भाजपा में भी असंतोष के स्वर मुखर होते जा रहे हैं।
सभापति विभाग वितरण में राष्ट्रवादी का दिखा वर्चस्व
जिला परिषद के सभापति के विभाग वितरण में राष्ट्रवादी का वर्चस्व साफ दिखाई दिया जिसके चलते राष्ट्रवादी के वरिष्ठ नेताओं के निर्देशानुसार उनके सदस्यों को उनकी इच्छा के अनुसार पद प्राप्त हुआ है जबकि जिला परिषद में भाजपा का स्पष्ट बहुमत होने के बावजूद राष्ट्रवादी का गठबंधन होने व राष्ट्रवादी के निर्देश से उनके सदस्यों को महत्वपूर्ण पद मिलने से भाजपा के सदस्यों में असंतोष व नाराजगी दिखाई दे रही है जिसका परिणाम जिला परिषद के आगामी कार्यकाल में पदाधिकारियों को भुगतना होगा।
सभापति विभाग वितरण में आर्थिक लेनदेन की चर्चा
गोंदिया जिला परिषद में सभापति विभाग वितरण भारी पैमाने पर आर्थिक लेनदेन हुआ ऐसी चर्चा जिला परिषद के गलियारों में दिनभर चलती रही।
पक्ष प्रमुखों के आदेश का पालन
विभाग वितरण के दौरान अपने नाराजगी व्यक्त कर सदन के बीच में ही छोड़कर चले जाने पर इस संदर्भ में रुपेश सोनू कुथे ने अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि उन्होंने पक्ष प्रमुखों के आदेश का पालन किया है किंतु विभाग वितरण में पक्षपात हुआ है जिसका भी विरोध करते हैं।

स्थानीय भाजपा के वरिष्ठ नेता मजबूर
जिला परिषद मैं सभापति विभाग वितरण को लेकर अर्जुनी मोरगांव तहसील के पूर्व भाजपा अध्यक्ष उमाकांत ढेगे ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गोंदिया जिले में नागपुर के वरिष्ठ नेताओं की दुकानदारी चल रही है जिसके चलते स्थानीय स्तर के वरिष्ठ नेता लाचारी की की स्थिति में है जिसके कारण गोंदिया जिला परिषद में भाजपा को पूर्ण बहुमत होने के बावजूद भाजपा के वह उनके समर्थकों को पद वितरण में पक्षपात किया गया है जिसके चलते नागपुर के नेताओं की गोंदिया जिले में चल रही नेतागिरी की दुकानदारी का विरोध व्यक्त करते हैं।

Share Post: