मुख्याधिकारी की दबंगाई सालेकसा नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का बोलबाला उपाध्यक्ष व नगर सेवकों ने पत्र परिषद में लगाया आरोप

बुलंद गोंदिया। (रवि सोनवाने)- सालेकसा नगर पंचायत हमेशा ही भ्रष्टाचार के विषय को लेकर चर्चा में रहती है। तथा नगर पंचायत मुख्याधिकारी की दबंग शाही के चलते नगर पंचायत में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हो रहा है। इस प्रकार का आरोप उपाध्यक्ष व नगरसेवको द्वारा अर्धनारेस्वरालाय हल्बी टोला में आयोजित पत्र परिषद में लगाया। आगे उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नगर पंचायत के नगर सेवकों को विश्वास में न लेकर नगराध्यक्ष व मुख्याधिकारी द्वारा मनमर्जी से कार्य किया जा रहा है। कुछ ही दिनों पूर्व नगर पंचायत के माध्यम से अग्निशमन वाहन की खरीदी 95 लाख रुपए की दर से की गई किंतु उपरोक्त वाहन की मूल कीमत 25 लाख रुपए हैं। तथा हाइड्रोलिक टिप्पर टाटा एस गोल्ड के 3 वाहक जिनकी प्रत्येक की कीमत 21 लाख रुपये के अनुसार खरीदी की गई है। उपरोक्त वाहनों की कीमतों की जांच की जाए तो मूल कीमत से दुगनी कीमत में खरीदी का मामला सामने आएगा साथ ही नगर पंचायत में दो सेनेटरी मशीन खरीदी की गई है लेकिन उसका उपयोग नहीं हो रहा तथा वह धूल खा रही है। इसमें करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार मुख्याधिकारी द्वारा किया गया है। साथ ही कोविड-19 काल के दौरान सभा व नगर सेवकों को विश्वास में ना लेकर मुख्याधिकारी द्वारा अनाप-शनाप किमतो में साहित्य की खरीदी कर बोगस बिल जोड़ कर भुगतान निकाला गया है। इस प्रकार का आरोप उपाध्यक्ष व नगर सेवकों द्वारा लगाया गया है। साथ ही नगर पंचायत के अंतर्गत घनकचरा संकलन करने के लिए नगर पंचायत सालेकसा द्वारा निविदा निकाली गई थी तथा घनकचरा संकलन करने का कार्य राजीव सुशिक्षित बेरोजगार सहकारी संस्था मर्यादित खुरकुडी को दिया गया जिसमें शासन के नियमानुसार मजदूरों को दैनिक मजदूरी 542 रुपये दिया जाना है। किंतु उन्हें सिर्फ 220 वेतन तथा महिलाओं को 140 की मजदूरी दी जा रही है। साथ ही नगर पंचायत के माध्यम से सफाई कामगार का भारी आर्थिक शोषण किया जा रहा है। मजदूरों से रजिस्टर रेवनी स्टैंप लगाकर कोरे कागजों पर दस्तखत ली जाती है। तथा जो कामगार विरोध करता है उन्हें काम से निकालने की धमकी मुख्याधिकारी द्वारा दी जाती है। तथा संबंधित ठेकेदार द्वारा घनकचरा प्रकल्प में कार्य करने वाले कर्मचारियों का ईपीएफ भी नहीं भरा जाता जिसमें ठेकेदार व मुख्याधिकारी की आपसी सांठगांठ सामने आई है। नगर पंचायत की होने वाली आम सभा में सभी नगर सेवकों की प्रमुख उपस्थिति में विभिन्न विकास कामों का नियोजन सभा में लिया जाता है किंतु प्रोसीडिंग हमेशा दो से तीन पदाधिकारियों के निर्देशानुसार नगर सेवकों को विश्वास में ना लेकर बदली जाती है। इस मामले में कार्रवाई करने का निवेदन जिलाधिकारी गोंदिया व सांसद को दिया गया है तथा इसकी जांच कर संबंधित दोषियों पर कार्रवाई नहीं किए जाने पर नगर पंचायत को ताला ठोकने व धरना आंदोलन किए जाने की चेतावनी पत्र परिषद के माध्यम से दी गई है।
उपरोक्त पत्र परिषद में उपाध्यक्ष प्रह्लाद बढ़ाई, नगर सेविका वंदना क्षीरसागर, श्यामकला प्रधान, शयनबाई प्रधान, शशिकला ढेकवार ,कृष्णा भैसारे, सोहन क्षीरसागर, वीरेंद्र जैन , संजय उके, वनिता चावके, पुष्पा भसमोटे, अनीता राऊत, प्रमिला कटरे, मनीष शेंदरे, मानिक राऊत ,कुवर साखरे ,रवि कुमार मानकर, आकाश भसमोड़े, तथा सफाई कामगारों द्वारा भी अपनी समस्या सामने रखकर दोषियों पर कार्रवाई ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
शासकीय नियमानुसार खरीदी
नगर पंचायत सालेकसा के लिए सामग्री की खरीदी शासकीय नियमानुसार खरीदी की गई है तथा जिसके लिए नियमानुसार जिलाधिकारी से मंजूरी लेने के पश्चात ही खरीदी की जाती है। घनकचरा व्यवस्थापन में मजदूरों को शासकीय दर के अनुसार ही मजदूरी दी जाती है। उपाध्यक्ष व नगर सेवकों द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं वह बेबुनियाद है ।
– आशीष चौहान मुख्याधिकारी
सालेकसा नगर पंचायत ,जिला गोंदिया

Share Post: