अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बुकी सोंटू के फरार भाई मोंटू की तलाश में जुटीं जांच टीमें

बुलंद गोंदिया। (संवाददाता नागपुर)- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बुकी अनंत उर्फ सोंटू जैन के डायमंड एक्सचेंज के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने के मामले में उसके फरार भाई धीरज उर्फ मोंटू जैन की तलाश में तीन विशेष जांच टीमें गठित की गई हैं। एक टीम राजस्थान, दूसरी टीम कोलकाता और तीसरी टीम महाराष्ट्र में अलग-अलग जगह पर मोंटू की तलाश कर रही है।फ़िलहाल सोंटू जेल की सलाखों के पीछे है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने मोंटू को भगौड़ा घोषित करने के लिए वारंट जारी कर दिया है।

पहले मोंटू के पास पहुंचती थी हवाला की रकम

सूत्रों के अनुसार सोंटू के लिए हवाला के माध्यम से भेजी जाने वाली रकम पहले उसके भाई मोंटू के पास पहुंचती थी और मोटू ही रकम को कैसे ठिकाने लगाना है, तय करता था।
गौरतलब है कि सोंटू पर कारवाई के बाद उसके परिजन और मोटू गायब हो गए थे। और सोंटू दुबई भाग गया था। मोटू की भूमिका की जांच केबाद पुलिस ने मोंटू को भी सह आरोपी बनाया चर्चा है कि, मोंटू के भागने में सोंटू ने ही मदद की थी ।
उसके राजस्थान में होने की खबर मिल पर पुलिस की टीम रवाना की गई है। इस तरह अलग-अलग पुलिस की टीमें मोंटू की तलाश में रवाना हुई हैं। बता दें कि, सोंटू के साथ चर्चित राकेश राजदेव (आरआर) 60 प्र.श और सोंटू 40 प्र.श. का साझेदार था। सोंटू का गेमिंग एप्लिकेशन अभी भी उपलब्ध होने की खबर मिलने पर शहर पुलिस ने केंद्र सरकार से उस एप्लिकेशन को बंद करवाने के लिए भी पत्र व्यवहार किया है।

सोंटू के भरोसेमंद पुलिस गिरफ्त में :
उल्लेखनीय है कि. सुप्रीम कोर्ट में भी राहत नहीं मिलने के बाद 16 अक्टूबर को सोटू ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था। पुलिस की जांच से पहले लॉकर से करोड़ों रुपये का माल गायब करने के मामले में भी वह आरोपी है। सोंटू के भरोसेमंद साथी एक्सिस बैंक प्रबंधक अंकेश खंडेलवाल, डॉ. गौरव बग्गा और बटी उर्फ दिनेश कोठारी को गिरफ्तार किया जा चुका है। ये सभी आरोपी सोटू के साथ जेल में बंद है।
इस मामले में जल्द ही गिट्टीखदान पुलिस प्रॉडक्शन वारंट पर जेल से सोटू को गिरफ्तार करेगी।

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