जि.प में अधिकारी मानसिक त्रास दे रहे इस प्रकार की शिकायत से मचा हड़कंप कर्मचारी महासंघ ने सीईओ को पत्र देकर जांच की मांग

बुलंद गोंदिया। राज्य में वर्तमान स्थिति में शासकीय अधिकारी या कर्मचारी भारी मानसिक तनाव में कार्य कर रहे हैं। इस प्रकार का नजारा दिखाई दे रहा है। गत मार्च महीने में 3 महिला अधिकारियों द्वारा अपनी जीवनलीला वरिष्ठ अधिकारियों के मानसिक चलते खत्म की उसी के अंतर्गत जिले में 1 ग्राम विकास अधिकारी द्वारा सरपंच के पति के चलते आत्महत्या का प्रकरण ठंडा नहीं हुआ कि जिला परिषद के पंचायत विभाग में कार्यरत लिलेंद्र पटले की आपदा व्यवस्थापन विभाग जिलाधिकारी कार्यालय में सेवा ली गई है जिसके चलते उप मुख्य कार्यकारी पंचायत अधिकारी ने उन्हें कार्यमुक्त किया है जिसके चलते एक ही कर्मचारी 2-2 विभाग में किस प्रकार काम करेगा यह प्रश्न उपस्थित हो चुका है। पटले ने उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंचायत ने आपदा व्यवस्थापन विभाग से कनिष्ठ कर्मचारियों को मोबाइल पर सूचना दी कि तुम्हें वहीं पर काम करना होगा तथा जब काम नहीं करना है तो तुम अपना इस्तीफा दो तुम वहां पर काम कैसे नहीं करते यह मैं देखता हूं इस प्रकार का संवाद किए जाने पर पटले मानसिक तनाव में आ गया। जिस पर अधिकारी द्वारा कारण बताओ भी नोटिस दिया गया जिस पर पटले ने अपने वरिष्ठ व पत्नी के नाम पत्र लिखकर मानसिक त्रास के चलते हो रहे तनाव के कारण मेरा कुछ बुरा भी हो सकता है जिसका जवाबदार विभाग प्रमुख रहेंगे लिलेंद्र पटले कर्मचारी ने उसे मानसिक त्रास देने का आरोप लगाते हुए उसके जीवन के साथ कुछ बुरा होने पर विभाग प्रमुख जवाबदार रहेंगे इस प्रकार का पत्र मुख्य कार्यकारी अधिकारी व जिला परिषद कर्मचारी महासंघ को दिए जाने पर जिला परिषद में हंगामा मच गया है। संघ के अध्यक्ष पी.जी सहारे व सचिव शैलेश बस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कर्मचारी द्वारा इस संदर्भ में संघटना को पत्र दिया गया है जिसके चलते संघटना के माध्यम से मुख्य कार्यकारी अधिकारी व सामान्य विभाग के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र देकर त्वरित कार्रवाई की मांग की है। तथा कर्मचारियों को बिना कारण मानसिक त्रास देकर उसे नौकरी छोड़ने के लिए दबाव लाया गया है तो उपरोक्त अधिकारी पर कार्यवाही की जाए साथ ही कुछ वर्षों पूर्व पंचायत विभाग में दरवडे नामक कर्मचारी ने भारी मानसिक संबंधित विभाग के अधिकारी द्वारा दिए जाने पर उसकी मौत हो गई थी उसी प्रकार की स्थिति फिर से निर्माण होने की संभावना हो गई है ऐसे अधिकारियों को शासन द्वारा तत्काल कामकाज से बाहर किया जाए इस प्रकार की मांग भी की गई है।
विशेष यह है कि अक्टूबर 2015 में पंचायत विभाग में कार्यरत दरवडे नामक कर्मचारी को वरिष्ठ द्वारा त्रास मानसिक त्रास दिए जाने के चलते उसकी मौत हुई है इस प्रकार का आरोप भी उस समय परिजनों द्वारा किया गया था ।
कर्मचारी कहां है मुझे नहीं मालूम इस संदर्भ में पंचायत विभाग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजकुमार पुरम से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उपरोक्त कर्मचारी 2 महीने से कार्यालय में अनुपस्थित है तथा वह कहां है कहां काम करता है इसकी मुझे जानकारी नहीं मैं विभाग प्रमुख होने होने पर मेरे द्वारा उसे कहीं और जाने के लिए थोड़ा नहीं गया है तथा वे क्या बोलता है वही बता सकता है।
राजकुमार पुराम उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंचायत विभाग जिप गोंदिया।

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