बुलंद गोंदिया। गोंदिया शहर की स्वास्थ्य सेवा में युवा चिकित्सा आए दिन अपने नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर शहर में न होने वाली शल्यक्रिया व उपचार कर मरीजों को एक नया जीवनदान दे रहे हैं। इसी प्रकार का एक मामला हाल ही में सामने आया है।
जिसमें डेढ़ वर्षीय बालक के ब्रेन में पानी भरने के साथ ही जन्म के पश्चात असामान्य रूप से ब्रेन बढ़ने लगा था जिससे उसके जीवन पर संकट मंडराने लगा था।
लेकिन डॉक्टर निशांत करवाड़े द्वारा डेढ़ वर्षीय मासूम की हाइड्रोसेफेलस ब्रेन सर्जरी कर उसे स्वस्थ कर एक नया जीवन प्रदान किया है।
बालाघाट जिले के बैहर तहसील के ग्राम केवलारी निवासी व्यक्ति की पांच बेटियों के पश्चात बेटे ने जन्म लिया जिसका जन्म के पश्चात असामान्य रूप से सिर बढ़ने लगा था जिसमें पानी भरने के साथ निरंतर उसके सर का आकार बढ़ रहा था।
साथ ही मासूम का स्वास्थ्य निरंतर खराब होने के साथ ही उल्टियां कर रहा था किंतु आर्थिक स्थिति सक्षम ना होने के कारण वह बड़े शहरों में जाकर इसका महंगा इलाज नहीं करवा सकता था।
लेकिन हार कर वह गोंदिया के बजाज सेंट्रल हॉस्पिटल में पहुंचकर न्यूरो सर्जन डॉक्टर निशांत करवाड़े से अपने बच्चे की जांच करवाई।
जांच के पश्चात डॉ निशांत करवाड़े द्वारा अपनी मानवता का परिचय देते हुए जो सर्जरी बड़े शहरों में लाखों रुपए खर्च करने के बाद होती थी वो गोंदिया में ही मात्र 30000 में कर मासूम बालक देवराज टेकाम के सिर में जमा हो कर भर रहे पानी को निकालकर ब्रेन के ट्यूमर को भी को निकाल कर सफल शल्य क्रिया की।
उपरोक्त शल्यक्रिया करीब 4 घंटे तक चली तथा 4 दिनों के पश्चात वह बालक स्वस्थ हो गया।
ऑपरेशन के पहले
स्वास्थ जन जागृति नहीं
ब्रेन में इस तरीके का ट्यूमर होना गर्भवती माता को स्वास्थ्य की जानकारी ना होना इसका मुख्य कारण है इस प्रकार के ट्यूमर गर्भ अवस्था में सोनोग्राफी किए जाने पर पता लगाया जा सकता है किंतु इस मामले में गर्भवती माता की सोनोग्राफी ना होना स्वास्थ्य संबंधित जानकारी का अभाव होना वह अधिक संतान होना यह प्रमुख कारण है। साथ ही पोषण आहार भी गर्भावस्था के दौरान समुचित न मिलाना मिलने के चलते इस प्रकार के मामले सामनेआते हैं। –
-डॉक्टर निशांत करवाड़े न्यूरो सर्जन गोंदिया।
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