गोंदिया जिले की शान प्रेम का प्रतीक सारस पक्षी के जोड़े की विद्युत करंट से मौत

बुलंद गोंदिया। संपूर्ण महाराष्ट्र व देश में गोंदिया जिले की पहचान सारस पंछी के अधिवास के रूप में होने लगी है। तथा जिसे देखने के लिए सैकड़ों पर्यटक यहां पहुंचते हैं तथा शासन द्वारा भी सारस के संवर्धन के लिए अनेक योजनाएं चलाकर करोड़ों रुपए की निधि खर्च कर रही है,किंतु कुछ लापरवाही के चलते आए दिन सारस की मौत हो रही है। इसी प्रकार का एक मामला मंगलवार 22 नवंबर को सामने आया जिसमें ग्राम कामठा के एक खेत परिसर में सुबह 10:30 बजे के दौरान प्रेम का प्रतीक सारस के जोड़े की हाई वोल्टेज विद्युत करंट लगने से मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गोंदिया वन विभाग के वनपरीक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कामठा निवासी किसान पुरुषोत्तम परमानंद नंदा गवली के खेत परिसर में सुबह 10:30 बजे के दौरान सारस पक्षी का जोड़ा मृत अवस्था में दिखाई दिया। जिसकी जानकारी किसान द्वारा गोंदिया वन विभाग को दी जानकारी प्राप्त होते ही वन विभाग के सहायक वन संरक्षक आरआर सदगीर,वनपरीक्षेत्र अधिकारी कुमारी ए.के भालेकर, मानद वन्यजीव संरक्षक मुकुंद धुर्वे, क्षेत्र सहायक, बीट रक्षक कामठा व अन्य वन कर्मचारियों घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की।


जिसमें प्राथमिक रूप से यह सामने आया कि खेत परिसर से होकर गुजरने वाली हाईटेंशन विद्युत लाइन की चपेट में आसमान में उड़ान के दौरान करंट लगने से उनकी मौत हो गई। तथा इसकी जानकारी महावितरण के अधिकारियों से संपर्क कर उन्हें जानकारी दी तथा वे घटनास्थल पर उपस्थित हुए।
मृतक पंछियों का शव विच्छेदन पशु संवर्धन अधिकारी अदासी कैलाश आले द्वारा पहुंचकर शव विच्छेदन किया गया तथा मृतक सारस पंछी नर व मादा का जोड़ा था मृतक पंछी के अवयव के नमूने चिकित्सा जांच के लिए लेकर भेजा गया तथा शव विच्छेदन के पश्चात मृत सारस पंछियों का प्रचलित पद्धति के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया तथा उपरोक्त मामले की संपूर्ण जांच वन परीक्षेत्र अधिकारी गोंदिया द्वारा शुरू की गई है।

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