बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले के संरक्षित वन क्षेत्र में वन्यजीव शिकार के मामले गत कुछ दिनों में काफी बढ़ गये है, इसी प्रकार के एक शिकार के मामले में अर्जुनी मोरगांव वन परिक्षेत्र अंतर्गत रविवार 1सितंबर को चार आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके पास से जंगली सूअर व चितल का कच्चा वह पका हुआ मांस तथा शिकार के उपयोग में लाई गई भरमार (देसी) बंदूक जप्त किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अर्जुनी मोरगांव वन परिक्षेत्र अधिकारी सचिन कटरे को गुप्त जानकारी मिली की तहसील के अंतर्गत आने वाले हैं राजिव नगर निवासी विशाल सहारे के घर में वन्य जीव चितल का मांस है। जिस पर अपने दल के साथ विशाल सहारे के घर में छापामार कार्रवाई किए जाने पर 4 किलो 500 ग्राम वन्यजीव चितल का मांस प्राप्त हुआ तथा उसके घर की तलाशी लिए जाने पर शिकार के लिए उपयोग में ले गए दो लोहे के भाले ,10 नग शिकार के फासे मिले।
आरोपी विशाल से कड़ी पूछताछ किए जाने पर उसने जानकारी दिया कि समीप के ग्राम बरड़टोली निवासी बलदेव सिंह धर्मेंद्र सिंह टाक वह अन्य दो लोगों के साथ मिलकर वन्य प्राणियों का शिकार किया गया है।
जिस पर बलदेवसिंह के घर पर छापामार कार्रवाई कर तलाशी लिए जाने पर उसके घर से चितल वह वन्य जीव जंगली सूअर का पका हुआ वह कच्चा मांस, दो भरारी (देसी) बंदुक वह शिकार के उपयोग में आने वाला अन्य साहित्य बरामद किया गया जिस पर वन विभाग द्वारा इन चारों आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।
उपरोक्त करवाई गोंदिया के वन संरक्षक प्रमोद पंचभाई। नवेगांव बांध के वरिष्ठ अधिकारी अविनाश मेश्राम के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र अधिकारी एस आर कटरे व दल द्वारा की गई।
आरोपियों की बढ़ने की संभावना
प्राप्त जानकारी के आधार पर चार आरोपियों को हिरासत में लिया गया जिनके पास से चितल वह जंगली सूअर का मांस व शिकार के उपयोग में आने वाली बंदूक व अन्य सामग्री जप्त कर जांच शुरू की गई है जिसमें आरोपियों की ओर बढ़ने की संभावना है।
– सचिन कटरे वन परिक्षेत्र अधिकारी अर्जुनी मोरगांव।
पोला पर्व के समय वन्य जीव शिकार में बढ़ोतरी
गोंदिया जिले का अधिकांश भाग संरक्षित वन क्षेत्र के वह वन क्षेत्र के अंतर्गत आने से क्षेत्र में वन्य जीवों की संख्या बड़े पैमाने पर बढ़ रही है। उसी प्रकार शिकार का भी प्रमाण बढ़ रहा है तथा ग्रामीण क्षेत्र में होली ,पोला व अन्य त्योहार के समय वन्य जीवों का शिकार करने के मामले बड़े पैमाने पर सामने आते हैं।