बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले अर्जुनी मोरगांव तहसील के अंतर्गत आने वाले नवेगांवबांध में शासकीय जलापूर्ति योजना से दूषित पेयजल की आपूर्ति होने से बुधवार की शाम को 60 से अधिक ग्रामीण डायरिया से पीड़ित होने का मामला सामने आया है। तथा 15 से 16 ग्रामीणों को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
गौरतलब है की शासकीय जलापूर्ति योजना के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति का भरोसा नागरिकों को होता है, लेकिन नवेगांव बांध की शासकीय जलापूर्ति योजना से आपूर्ति किए गए पेयजल दूषित होने के चलते 60 से अधिक ग्रामीण डायरिया की चपेट में आ गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रमित लोगों को चिकित्सालय में भर्ती होने की सलाह देकर 15 से 16 संक्रमितो को चिकित्सालय में दाखिल करवाया।
जबकि कुछ डायरिया से पीड़ित कुछ नागरिकों द्वारा विभिन्न कारण बताकर हॉस्पिटल में भर्ती होने से इनकार कर रहे हैं। इस प्रकार की जानकारी संबंधित चिकित्सा अधिकारियों द्वारा दी गई है।
जलापूर्ति योजना सेआपूर्ति रोकी
शासकीय जलापूर्ति योजना से दूषित जल की आपूर्ति होने से नागरिकों को डायरिया होने की जानकारी सामने आने पर गुरुवार 1 अगस्त को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जलापूर्ति बंद करने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए गए।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
अर्जुनी मोरगांव तहसील के चिकित्सा अधिकारी व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पवनीधाबे के वैदकिय अधिकारी डॉक्टर दखने व अन्य कर्मचारी द्वारा ग्राम पंचायत के पदाधिकारी व अधिकारियों को सूचना दी गई। साथ ही इस मामले में उपाय योजना स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू की गई है।
उल्लेखनीय की मूसलाधार बारिश के चलते जलापूर्ति योजना में मटमैला पानी आने से यह पानी पीने योग्य नहीं है इस प्रकार की जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई है तथा इससे ग्रामीणों को डायरिया होने की संभावना जताई जा रही है।
मरीजों की संख्या बढ़ाने की संभावना
अर्जुनी मोरगॉव तहसील के नवेगांव बांध की शासकीय जलापूर्ति योजना द्वारा आपूर्ति किए गए पेयजल के दूषित होने के चलते बड़ी संख्या में डायरिया का संक्रमण फैला है। जिसमें नवेगांव बांध के प्रभाग क्रमांक 3 और 4 के 50 से 60 नागरिक संक्रमित हुए हैं, तथा इसमें मरीजो की संख्या बढ़ाने की संभावना जताई जा रही है। तथा एक अगस्त को और नए 14 मरीज सामने आए हैं जिसमें से एक मरीज को गोंदिया के जिला शासकीय चिकित्सालय में रेफर किया गया है इस प्रकार की जानकारी नवेगांव बांध के ग्रामीण चिकित्सालय के वैदकिय अधिकारी डॉ.आकाश नशिने द्वारा दी गई है।