बुलंद गोंदिया। शासन के नियम अनुसार गर्भपात (अबॉर्शन) नियमानुसार व शासन मान्यता प्राप्त चिकित्सालय में ही अति आवश्यक स्थिति में करवाया जा सकता है। लेकिन गोंदिया में एक महिला चिकित्सक द्वारा बड़े पैमाने पर अविवाहित व नाबालिग युवती का गर्भपात अनधिकृत रूप से करवाया जा रहा है। इस महिला रोग विषेषज्ञ का दवाखाना कोरोना के समय शुरू हुवा है, जिसे अभी 4 से 5 वर्ष भी पूरे नहीं हुवे है और इस तरह की अवैध गतिविधि अपने पेशे की शुरवात में ही शुरू कर दी गई है। जिससे अब गोंदिया अवैध गर्भपात का सेंटर बन रहा है।
गौरतलब है की गर्भपात करवाना यह अति आवश्यक स्थिति में ही शासन के नियमोंनुसार मान्य है तथा इसके लिए शासकीय चिकित्सालय या शासन से मान्यता प्राप्त नर्सिंग होम में ही करवाया जा सकता है, तथा मान्यता प्राप्त गायनोलॉजिस्ट स्त्रीरोग डॉक्टर की देखरेख में ही करवाना होता है।
जिसमे 20 सप्ताह तक के गर्भ के लिए एक चिकित्सा के वह 20 सप्ताह से ऊपर के गर्भपात के लिए दो गायनोलॉजिस्ट चिकित्सक की रिपोर्ट व स्पष्ट कारणों का अहवाल होना जरूरी है व परिवार की भी सहमति आवश्यक है।
लेकिन गोंदिया में कार्यरत एक महिला चिकित्सक द्वारा इन सभी नियमों का उल्लंघन कर अवैध रूप से गर्भपात करवाया जा रहा है बुलंद गोंदिया को एक डॉक्टर से प्राप्त विश्वसनीय व पुख्ता जानकारी के अनुसार अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में उपरोक्त प्रसिद्ध स्त्री रोग महिला चिकित्सक द्वारा एक 23 वर्षीय अविवाहित युवती व एक 16 वर्षीय नाबालिक का अवैध रूप से गर्भपात करवाया है।
गर्भपात का नियम क्या
गर्भपात विवाहित महिला द्वारा शासकीय चिकित्सालय या मान्यता प्राप्त स्त्री रोग नर्सिंग होम में ही करवाया जा सकता है जिसके उचित कारण देने के साथ ही परिजनों की सहमति अनिवार्य है तथा 22 सप्ताह तक के गर्भपात करवाने के लिए एक स्त्री रोग चिकित्सक वह 22 सप्ताह से ऊपर का गर्भपात करवाने के लिए दो स्त्री रोग चिकित्सक का चिकित्सकीय रिपोर्ट वह उचित कारण होना जरूरी है।
नाबालिक का अवैध गर्भपात कानून अपराध
किसी नाबालिक का अवैध रूप से गर्भपात करना यह कानूनी अपराध है जिसके लिए नियमानुसार एमएलसी होना वह पुलिस में शिकायत दर्ज होना जरूरी है साथ ही गर्भ की समय अवधि को विशेष ध्यान में रखते हुए नियम अनुसार महिला रोग चिकित्सक के पैनल की रिपोर्ट भी अति आवश्यक है। लेकिन हाल ही में अवैध गर्भपात किया दोनों मामलों में इन सभी नियमों का उल्लंघन किया गया है जिसमें एक युवती गोंदिया तहसील की वह एक बालाघाट जिले की थी।
जो अपने अपने प्रेमी के साथ आकर गर्भपात करवाया।
डॉक्टर पर पॉक्सो के तहत कार्रवाई
नाबालिक का अवैध रूप से गर्भपात करवाए जाने के मामले में संबंधित दोषी डॉक्टर पर पॉक्सो के तहत मामला दर्ज होता है तथा कानूनन 3 से 15 वर्ष के कारावास की सजा वह आजीवन चिकित्सा का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है।
भंडारा के एक डॉक्टर को हुई थी सजा
नाबालिक का अवैध रूप से गर्भपात करवाने के चलते कुछ वर्षों पूर्व भंडारा के एक डॉक्टर को 7 वर्ष के कारावास की सजा होने के साथ ही एनएमसी द्वारा डॉक्टरी लाइसेंस आजीवन रद्द किया गया। इस मामले में भी सर्वोच्च न्यायालय के एक वरिष्ठ वकील ने पैरवी कर डॉक्टर को मुश्किल से बचाया था।
गोंदिया जिले के साथ-साथ मध्य प्रदेश के मरीज के मामले अधिक
अवैध गर्भपात के मामले में गोंदिया जिला ग्रामीण के साथ-साथ पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के बालाघाट के भी मरीज बड़ी संख्या में गोंदिया पहुंचकर अवैध रूप से गर्भपात करवाते हैं।
हजारों लाखों की कमाई
गर्भ की स्थिति व्यक्ति की जरूरत वह पार्टी की हैसियत को देखकर अवैध गर्भपात के लिए 50हजार से 1 लाख रुपए तक की फीस की वसूली की जाती है कुछ ही समय में होने वाले गर्भपात में हजारों लाखों रुपए की आमदनी होने के चलते कानून का उल्लंघन कर गोरख धंधा चल रहा है।
सोनोग्राफी सेंटर का भी सहयोग
अवैध गर्भपात के मामले में कुछ सोनोग्राफी सेंटर का भी सहयोग है जिसमें सोनोग्राफी में गर्भ की अवधि को कम या ज्यादा कर मामले को सलटाया जाता है तथा यहां पर भी गर्भपात करवाने वाले की हैसियत को देखकर फीस की वसूली होती है।
तत्कालीन जिलाधिकारी कादंबरी बलकवड़े के सामने आया था अवैध गर्भपात का मामला
गोंदिया जिले में कुछ समय पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी कादंबरी बलकवडे के सामने भी एक अवैध गर्भपात का मामला सामने आया था जिसमें शहर की कुछ प्रसिद्ध स्त्री रोग महिला चिकित्सक के नाम का समावेश था। जिनकी पेशी भी जिला दंडाधिकारी के सामने हुई थी तथा उपरोक्त मामले में सर्वोच्च न्यायालय के एक वकील ने पैरवी की थी। लेकिन उपरोक्त मामले में सोनोग्राफी में बदलाव के चलते संबंधित दोषी चिकित्सक बच गए थे लेकिन जिलाधिकारी द्वारा उन्हें कड़ी चेतावनी देकर छोड़ा गया था।
बुलंद गोंदिया जल्द ही और करेगा खुलासे
अवैध गर्भपात के संदर्भ में बुलंद गोंदिया को एक चिकित्सक से विश्वसनीय जानकारी प्राप्त हुई है तथा इसके पुख्ता प्रमाण भी मौजूद है इस मामले में बुलंद गोंदिया द्वारा जल्द ही और अधिक खुलासे किया जाएगा। जिसकी खोजबीन बुलंद गोंदिया द्वारा की जा रही है। तथा यह मामला इतवारी बाजार बालाघाट मार्ग परिसर व सिविल लाइन परिसर गोंदिया का है।
नर्सिंग होम चलाने के लिए अवैध गर्भपात
गोंदिया में आए दिन नए-नए हॉस्पिटल खुला रहे हैं तथा वर्तमान में प्रतिस्पर्धा के चलते नर्सिंग होम चलाना एक भारी खर्च का कारण बन रहा है भारी स्टाफ बिजली बिल मेंटेनेंस करने के लिए अवैध गर्भपात जैसे जघन्य अपराध वाले कार्य किये जा रहे हैं। इसी के चलते सिविल लाईन स्तिथ हाल ही में खुले हॉस्पिटल में एक सर्जन द्वारा भी हाल ही में चिकित्सालय का खर्च चलाने हेतु अवैध गर्भपात किया गया जिसकी जानकारी प्राप्त हुई है।
यह केवल वे मामले हैं जो बुलंद गोंदिया के सामने आए है न जाने इस तरह के कितने गर्भपात ये चिकित्सक केवल चंद रुपयों के लिए करते है।बुलंद गोंदिया के पास अवैध गर्भापात किए गए युवतियों की सोनोग्राफी है जिसमे वो जल्द ही स्त्रीरोग विशेषज्ञों का नाम प्रकाशित कर सख्त कार्यवाही की मांग करेगा।
अवैध गर्भपात करवाने वाले के खिलाफ पुलिस में शिकायत वह रजिस्ट्रेशन रद्द करने की कार्रवाई
गर्भपात शासन के नियम अनुसार ही किया जा सकता है तथा यह मान्यता प्राप्त व शासकीय चिकित्सालय व सेंटरों पर ही होता है गोंदिया के शासकीय चिकित्सालय के अलावा 22 चिकित्सालय को मान्यता प्राप्त है किंतु अवैध गर्भपात करवाने पर मामला सामने आने पर संबंधित दोषी चिकित्सक के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज होने के साथ ही करवाने के साथ ही उनका रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए मेडिकल काउंसिल को सिफारिश की जाती है।
किसी भी प्रकार के अवैध गर्भपात का मामला सामने आने पर इसकी शिकायत जिला शल्य चिकित्सक को की जाए ।
– डॉक्टर अमरीश महोबे जिला शल्य चिकित्सक गोंदिया।