अंतिम संस्कार की राख से शमशान भूमि में बनेगा स्मृतिवन भाजेपार ग्रामसभा का राख से खाद बनाने का क्रांतिकारी निर्णय वसुन्धरा अभियान को मजबूत करने का मेरा प्रयास

बुलंद गोंदिया। (संवाददाता सालेकसा )- सालेकसा तहसील की भाजेपार ग्राम सभा ने अंतिम संस्कार की पूरी राख को नदी में विसर्जित करने के बजाय एक विशिष्ट टैंक में खाद बनाने के लिए राख का उपयोग करके मृतक की खोई हुई स्मृति में एक स्मृतिवन बनाने का प्रगतिशील और समान रूप से क्रांतिकारी निर्णय पारित किया है। शमशान भूमि को पर्यावरण का केंद्र बने के इस फैसले की हर जगह चर्चा हो रही है।

25 अगस्त को सरपंच चंद्रकुमार बहेकर की अध्यक्षता में ग्राम सभा हुई और माझी वसुंधरा अभियान को मजबूत करने के लिए राख से खाद बनाने और ग्रामीणों के समक्ष स्मारक बनाने की अवधारणा पेश करते ही सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर दिया गया।

इस अवसर पर ग्राम सेवक रीतेश शहारे, ग्राम पंचायत सदस्य रविशंकर बाहेकर, रेवतचंद बाहेकर, मनीषा चुटे, सरस्वता भलावी, आशा शेंडे, आत्माराम मेंडे, ममता शिवणकर, गोपाल मेंडे, कंप्यूटर ऑपरेटर अखिलेश बाहेकर आदि उपस्थित थे।

भाजेपार गांव लोगों की भागीदारी के साथ कई धर्मार्थ, खेल, शैक्षिक और आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है और इस अलग निर्णय के साथ, यह कहा जाता है कि इस गांव ने एक बार फिर अपनी प्रगतिसिलता साबित की है।

अस्थियों को नदी में विसर्जित करने की परंपरा का पालन करते हुए, अंतिम संस्कार की राख से स्मृति वन में पेड़ों को जैविक खाद प्रदान की जाएगी।

शरीर के वजन का लगभग 3.5 प्रतिशत भाग राख के रूप में रहता है। जो आमतौर पर 2.5 से 3.0 किलो तक होता है जिसमें कार्बन और कैल्शियम फॉस्फेट की मात्रा सबसे अधिक होती है। इसके साथ ही इस राख में खनिज पोटेशियम नमक, सोडियम नमक और सल्फर की मात्रा पाई जाती है। ये सभी रासायनिक गुण पेड़ों की वृद्धि के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। कार्बन मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ बढ़ाता है जिससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है।

मृतक की स्मृति सहेजने वह पर्यावरण का संरक्षण
श्मशान भूमि में होने वाले अंतिम संस्कार की राख से खाद बनाकर उस खाद का उपयोग पौधारोपण कर उसमें किया जाएगा जिससे पर्यावरण का संरक्षण होने के साथ ही मृतक व्यक्ति के नाम से लगाए गए पेड़ पर उसका नाम अंकित होगा जिससे उसकी स्मृति हमेशा बनी रहेगी।
साथ ही जल, भूमि व वायु प्रदूषण भी कम होगा तथा पर्यावरण शुद्ध होने के साथ ही ग्राम हरियालीयुक्त होने के साथ ही मेरी वसुंधरा अभियान को मजबूती मिलेगी।
– चंद्रकुमार बहेकार सरपंच भजेपार सालेकसा।

ओबीसी जनगणना का प्रस्ताव पारित

ग्राम सभा में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किये गये, जिनमें मुख्य रूप से सरकार ओबीसी की जाति के आधार पर गणना करे, जिला परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की शीघ्र भर्ती की जाये, भाजेपर थानोली मार्ग पर वाघ नदी पर पुल बनाया जाये आदि प्रस्ताव पारित किये गये. सरकार को संकल्प. साथ ही कर संग्रहण में तेजी लाने के लिए समय पर शत-प्रतिशत कर भुगतान करने पर लकी ड्रा आयोजित कर प्रोत्साहन पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया।

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