बुलंद गोंदिया। गोंदिया शहर के प्रमुख मार्गों पर अस्थाई अतिक्रमण के चलते यातायात की समस्या निर्माण हो रही थी जिसके चलते बुधवार 11 जनवरी को नगर परिषद प्रशासन व यातायात विभाग द्वारा संयुक्त अभियान चलाते हुए शहर के सभी शहर के प्रमुख मार्गो से अस्थाई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गयी। इस दौरान व्यापारियों का आक्रोश सामने आया तथा अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान अधिकारियों कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई पक्षपात पूर्ण की जा रही है अस्थाई अतिक्रमण को तो हटाया कभी भी हटाया जा सकता है किंतु पक्के अतिक्रमण जिसके चलते हमेशा समस्या बनी हुई है उन पर प्रशासन कार्रवाई क्यों नहीं करता।
गौरतलब है कि गोंदिया शहर की अतिक्रमण की समस्या कभी खत्म होने का नाम ही नहीं लेती संपूर्ण महाराष्ट्र व आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमणकारीयो का शहर व खराब गड्ढा युक्त सड़कों के रूप में पहचान होने लगी है। जबकि शहर इसके पूर्व राईस सिटी के नाम से जाना जाता था किंतु अब शहर की नई पहचान बन गई है।
प्रशासन द्वारा समय-समय पर अस्थाई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाती है किंतु दूसरे ही दिन फिर से वह समस्या जस की तस बनी रहती है किंतु प्रशासन द्वारा इस गंभीर समस्या का स्थाई हल नहीं निकाला जा रहा जिससे शहर के नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
11 जनवरी बुधवार को नगर परिषद प्रशासन व जिला यातायात विभाग द्वारा शहर के प्रमुख मार्गो पर किए गए अस्थाई अतिक्रमण को हटाने का अभियान शुरू किया गया था जिसके अंतर्गत नगर परिषद कार्यालय से जयस्तंभ चौक -जयस्तंभ चौक से नेहरू प्रतिमा, नेहरू प्रतिमा से गोरेलाल चौक व गोरेलाल चौक से गांधी प्रतिमा तक अतिक्रमण पर कार्रवाई की गई किंतु इस दौरान कुछ अतिक्रमण पर कार्रवाई किए जाने तथा कुछ को चेतावनी देकर कार्रवाई न करने के चलते जिन पर अतिक्रमण की कार्यवाही हुइ वह आक्रोशित व्यापारियों द्वारा प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई किए जाने का आरोप लगाया जिसके चलते स्थिति कुछ समय के लिए तनावपूर्ण हो गई थी।
जिसमें मुख्य रुप से प्रभात टॉकीज के सामने जब नगर परिषद व विभाग का का दल पहुंचा तो कुछ व्यापारी जिनमें टायर व आइल वाले व्यवसाई थे उन्होंने आरोप लगाया कि गुरुनानक देव गेट के समीप शासकीय जमीन पर एक बड़ा जनरेटर निर्माण किया गया है उस पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही क्यों नहीं की जाती अस्थाई अतिक्रमण तो हम हटा देते हैं किंतु पक्के अतिक्रमण ऊपर कार्यवाही कब।
उसी प्रकार इंदिरा गांधी स्टेडियम परिसर में मनोहर भाई मार्केट की छोटी दुकानों पर जिनके द्वारा दुकान से ज्यादा मार्ग पर सामान फैला कर दुकानदारी लगाई जाती है उन पर आए दिन कार्रवाई तो होती है। इसी के चलते आज हुई कार्रवाई में कुछ व्यापारियों का आक्रोश सामने आया जिनके द्वारा आरोप लगाया गया है कि स्टेडियम की बड़ी दुकान है जिनमें पक्का अतिक्रमण किया गया उन पर कार्रवाई नहीं की जाती तथा दो दुकानों में बिना प्रशासन की मंजूरी के अवैध बांधकाम भी किया जा रहा है वह प्रशासन के अधिकारियों को क्यों नहीं दिखता क्योंकि वह बड़े व्यापारी हैं तथा उनके द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों की जेब गर्म की जाती है।
जिसके चलते उन पर प्रशासन द्वारा आंख मूंदे रहता है तथा कार्यवाही नहीं करता है यदि कार्रवाई ही करना है तो सब पर एक समान की जाए तथा कार्रवाई में किसी भी प्रकार का पक्षपात ना हो।
उपरोक्त अभियान नगर परिषद प्रशासक करण चौहान के निर्देश पर किया गया जिसमें अतिक्रमण दल की प्रमुख गोंदिया नगर परिषद बांधकाम विभाग की अभियंता डाली मदान के नेतृत्व में उपरोक्त कार्रवाई की गई इस दौरान नगर परिषद के स्वच्छता विभाग, नगर रचना विभाग, बाजार विभाग, टैक्स विभाग, विद्युत विभाग, जल प्रदाय विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी तथा जिला यातायात शाखा के पुलिस कर्मचारी उपस्थित थे।
नगर परिषद व यातायात विभाग का अस्थाई अतिक्रमण पर कार्रवाई व्यापारियों ने प्रशासन पर लगाया पक्षपात का आरोप
