दर्रेकसा के ग्राम गोरे और पांढरवानी परिसर में नक्सलियों ने लगाए बैनर- पोस्टर जिले में फिर दिखी सक्रियता पुलिस सजग

बुलंद गोंदिया। नक्सल प्रभावित गोंदिया जिले में माओवादी गतिविधियां शुरू होने के फिर से संकेत मिले है सालेकसा तहसील में लंबे अरसे के बाद नक्सलियों ने बैनर पोस्टर लगाकर इलाके में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए जिला पुलिस प्रशासन को चुनौती दी है।
माना जा रहा है कि माओवादी ग्राम पंचायत चुनावों के मद्देनजर इलाके में अपनी पकड़ बनाने के लिए किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हो सकते हैं ?
दर्रेकसा अंतर्गत आने वाले ग्राम गोरे और पांढरवानी के आसपास क्षेत्र में नक्सलियों ने लाल कपड़े के बैनर्स लगाकर परिसर में सनसनी फैलाने की कोशिश की है।प्राप्त जानकारी के अनुसार यह बैनर दर्रेकसा नक्सल दलम एरिया कमेटी द्वारा लगाए गए हैं , बरामद कपड़े के बैनर पोस्टर में PLGA जनमुक्ति छापामार सेना और नव उदारवादी सेना का जिक्र है जो क्षेत्र के अंदरूनी हिस्से में सक्रिय है जिसका मकसद ग्राम पंचायत चुनावों में कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का दबदबा कायम करने तथा षड्यंत्र रचने का हो सकता है इसके चलते इन गांवों में सुरक्षा के लिहाज़ से गश्त बढ़ा दी गई है और पुलिस बैनर पोस्टर चिपकाने वालों को चिन्हित करने में जुटी हुई है।बता दें कि गढ़चिरौली जिले में सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं जबकि उस से सटे हुए गोंदिया जिले को नक्सल रेस्ट जोन के रूप में जाना जाता है ।
ग्राम पंचायत चुनावों के ठीक पहले चिपकाए गए इन बैनर्स से नागरिकों के बीच भय का वातावरण निर्माण हो गया है।
इसी बीच दोनों गांवों में वृक्षों और सड़कों पर लगाए गए बैनर पोस्टर को हटा दिया गया है , इलाके में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने कड़े इंतजाम शुरू कर दिए हैं। फिलहाल पुलिस की टीम ने इलाके के घने जंगलों में सावधानी साथ तलाशी अभियान तेज कर दिया है तथा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटना पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।

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