शासकीय धान मिलिंग में मार्केटिंग फेडरेशन का अजब कारनामा 10 मिलर्स को दिया 1 लाख क्विंटल धान वरिष्ठ अधिकारियों ने गोंदिया व भंडारा जिले के जिला मार्केटिंग अधिकारियों को जबरन भेजा अवकाश पर धान मिलिंग में भारी भ्रष्टाचार की संभावना

बुलंद गोंदिया। किसानों से शासन द्वारा शासकीय आधारभूत खरीदी केंद्रों में खरीदे गए धान के चावल के निर्माण के लिए गोंदिया व भंडारा जिले के राइस मिलर्स को मिलिंग के लिए धान दिया जाता है। किंतु हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें महाराष्ट्र मार्केटिंग फेडरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मात्र 10 राइस मिलर्स को 1लाख क्विंटल धान मिलिंग के लिए दे दिया है जिसमें भारी भ्रष्टाचार की संभावना सामने आ रही है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष सभी राइस मिलर द्वारा धान की मिलिंग पूर्ण की है।
वर्तमान समय में महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के गोंदिया भंडारा कार्यालय में रबी धान का लगभग तीन लाख 36 हजार कुंटल व 3लाख 98हजार क्विंटल धान स्टाक है लेकिन उपरोक्त धान की मिलिंग के लिए सभी राइस मिलर्स को समान मात्रा में वितरण ना कर महाराष्ट्र मार्केटिंग फेडरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नागपुर में बैठकर जिले की 10 चुनिंदा राइस मिलर्स मालिकों को 1लाख कुंटल धान चावल मिलिंग के लिए दे दिया है।
जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध हो रही है तथा इस में भारी भ्रष्टाचार होने की संभावना भी सामने आ रही है।
राइस मिलर्स एसोसिएशन ने समान मात्रा में धान वितरण करने का दिया निवेदन
गोंदिया -भंडारा जिले के सभी राइस मिल संचालकों को धान मिलिंग के लिए राइस मिलर्स एसोसिएशन द्वारा जिलाधिकारी, जिला मार्केटिंग फेडरेशन अधिकारी व महाराष्ट्र मार्केटिंग फेडरेशन के अधिकारियों को पत्र देकर जिले के सभी राइस मिलर्स को समान मात्रा में धान मिलिंग के लिए देने का भी पत्र दिया है। साथ ही राइस मिल एसोसिएशन ने मांग की कि 28 अगस्त में जितने भी नए अलाट दिए गए हैं वह रद्द किया जाए तथा वर्ष 2019-20 में जिस प्रकार सभी राइस मिलर को कस्टम मिलिंग के लिए समान मात्रा में ध्यान दिया गया था उसी अनुसार इस वर्ष भी सभी मिलर्स को समान मात्रा में धान मिलिंग के लिए दिया जाए।
गोंदिया भंडारा जिले के मार्केटिंग अधिकारियों को जबरन भेजा अवकाश पर
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र मार्केटिंग फेडरेशन के वरिष्ठ अधिकारी अतुल नेरकर जो वर्तमान में फेडरेशन के संचालक है इनके द्वारा भारी घोटाला व भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जिसमें उनके द्वारा गोंदिया व भंडारा जिले के जिला मार्केटिंग अधिकारियों को 15 दिनों के लिए जबरन अवकाश पर भेजा गया है तथा वे स्वयं नागपुर में बैठकर अपने चहेते राइस मिलर्स को धान मिलिंग के लिए वितरण कर रहे हैं जिसमें मात्र 10 मिलर्स को 1लाख कुंटल धान गत दिनों दिया गया है जिसमें भारी भ्रष्टाचार होने की संभावना सामने आ रही है।

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