बुलंद गोंदिया। बहु आयामी प्रतियोगिता मिस एंड मिसेज क्वीन ऑफ़ नेशन 2022 के ग्रैंड फिनाले का आयोजन नागपुर में आयोजित किया गया था।
जिसमें गोंदिया की शिखा सुरेश पिपलेवार मिस इंडिया कैटेगरी में पहली रन अप विजेता बनी।
बहुआयामी प्रतियोगिता मिस एंड मिसेज इंडिया क्वीन ऑफ़ नेशन 2022 के ग्रैंड फिनाले का आयोजन 2 अगस्त 2022 को नागपुर के लिमेरिडियन होटल में प्रसिद्ध शो डायरेक्टर खिजार हुसैन व मोनिका गणवीर द्वारा आयोजित किया गया था। उपरोक्त आयोजन में बॉलीवुड की मशहूर हस्ती महिमा चौधरी व अमन वर्मा प्रमुख अतिथि व जज के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की।
उपरोक्त प्रतियोगिता यह मध्य भारत की महिला कलाकारों व घरेलू सामान्य महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक बड़ा मंच प्रदान किया गया जिसमें वह अपनी बहूआयामी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें। जिसमे संपूर्ण भारत से 18 प्रतियोगी थे जो 2 महीने पहले हुए ऑडिशन में क्वालीफाई हुए थे।
जिसके पश्चात उपरोक्त कार्यक्रम नागपुर में 3 दिनों तक चला जिसमें प्रमुख रुप से टैलेंट राउंड , फिटनेस राउंड, फोटोशूट, इंटरव्यू, सामाजिक गतिविधियां व महिला सशक्तिकरण के साथ प्रश्नोत्तर व रैंप वाक जैसी अनेक गतिविधियां शामिल की गई थी।
इस प्रतियोगिता में गोंदिया की सामाजिक कार्यकर्ता वह सशक्त नारी संघटना की संस्थापक तथा जलसंपदा विभाग की अभियंता शिखा पिपलेवार द्वारा गोंदिया का प्रतिनिधित्व किया गया जिनके द्वारा अपनी प्रतिभा। योगा व फिटनेस के साथ-साथ प्रश्नोत्तर व टैलेंट हंट में बहुआयामी व्यक्तित्व का प्रदर्शन किया जिसके चलते इस आयोजित कार्यक्रम में शिखा पिपलेवार मिस इंडिया की पहली रन अप विजेता घोषित की गई।
इसके साथ ही शिखा पिपलेवार को मिस बेस्ट पर्सनालिटी के सम्मान से भी नवाजा गया ।
शिखा की कड़ी मेहनत वह लगन से मिली सफलता
शिखा की इस सफलता पर उसके पिता सुरेश पिपलेवार व माता सिंधु पिपलेवार ने हर्ष व्यक्त करते हुए बताया कि यह उसकी कड़ी मेहनत है। तथा हर संतान की सफलता पर माता-पिता को गर्व होता है तथा शिखा द्वारा हर क्षेत्र में हमेशा बेस्ट देने का प्रयास करती है जिसमें उसे हमेशा कामयाबी मिलती है।
तथा इससे अन्य लोगों को भी प्रोत्साहन प्राप्त होता है।
महिला सशक्तिकरण का एक नया आयाम – शिखा पिपलेवार
पेजेंट मिस और मिसेज इंडिया क्वीन ऑफ़ नेशन जैसी प्रतियोगिताएं महिलाओं के लिए एक सशक्तिकरण का नया आयाम प्राप्त होता है। तथा इस प्रकार की प्रतियोगिताओं में शामिल होकर कुछ नया सीखने को मिलता है इसके साथ ही महिलाएं मुख्य रूप से आर्थिक निर्भर हो जिससे वे परिवार समाज व देश के लिए एक बेहतर कार्य कर सकती है।