निकृष्ट दर्जे का शालेय पोषण आहार की आपूर्ति मुख्य अध्यापको ने किया वापस अर्जुनी मोरगांव तहसील के राजोली केंद्र अंतर्गत का मामला

बुलंद गोंदिया।( संवाददाता अर्जुनी मोरगांव)- शासन की योजना अंतर्गत शालेय विद्यार्थियों को मध्यान्ह भोजन के लिए पोषण आहार की आपूर्ति की जाती है। इसी के अंतर्गत अर्जुनी मोरगांव तहसील के अंतर्गत आने वाले आदिवासी दुर्गम क्षेत्र राजोली के 9 केंद्रों में निकृष्ट दर्जे के पोषण आहार की आपूर्ति की गई थी। जिस पर मुख्य अध्यापको द्वारा उपरोक्त पोषण आहार वापस कर इसकी शिकायत अर्जुनी मोरगांव पंचायत समिति के गट शिक्षणाअधिकारी को की है। इस संदर्भ में गट शिक्षण अधिकारी को की गई शिकायत में बताया गया है कि शालेय पोषण आहार आपूर्तिकर्ता हरी राइस एंड एग्रो लिमिटेड गोंदिया द्वारा राजोली केंद्र के अंतर्गत आने वाली राजोली, कन्हालगांव, सायगांव, शिवराम टोला, भरनौली, बोरटोला, खड़की, नवीन टोला में जिला परिषद प्राथमिक स्कूल तथा चंद्रभागा विद्यालय राजोली इन 9 शालाओ में पोषण आहार अपने चौपहिया वाहन से भेजा था। जिस पर केंद्र के अंतर्गत सभी मुख्याध्यापक द्वारा शालेय पोषण आहार सामग्री का सामूहिक रूप से जिला परिषद प्राथमिक स्कूल कन्हालगांव ईरदा में जांच की गई। जिसमें चावल घटिया दर्जे का पाया गया साथ ही मोठ, तुवर दाल वह बटाना इन सामग्री का दर्जा भी मीडियम दर्जे का बताया गया ।घटिया सामग्री का मामला सामने आने पर सभी मुख्य अध्यापकों द्वारा चावल को उतारने से स्पष्ट मना किया वह शालेय पोषण आहार सामग्री लेकर आने वाले वाहन व सामग्री को वापस किया।
उल्लेखनीय है कि आपूर्तिकर्ता को बार-बार सामग्री के साथ वजन काटा साथ में लाने की जानकारी भी दी गई थी तथा इस घटिया सामग्री का पंचनामा साला व्यवस्थापन समिति राजोली के अध्यक्ष रेशीम झोले की प्रमुख उपस्थिति में किया गया तथा मांग की गई है कि शासकीय कार्यालय में दिए गए सैंपल के अनुसार ही शालेय पोषण आहार की सामग्री आपूर्तिकर्ता द्वारा भेजा जाए तथा साथ ही वजन काटा भेजा जाए अन्यथा आगे किसी भी प्रकार का शालेय पोषण आहार की सामग्री को लिया नहीं जाएगा। इस प्रकार की भूमिका राजोली केंद्र के अंतर्गत आने वाले 9 शालाओ के मुख्य अध्यापकों द्वारा लिया गया। तथा इस प्रकार की शिकायत गट शिक्षण अधिकारी अर्जुनी मोरगांव को की गई है।
जिले के सभी शालाओं में घटिया शालेय पोषण आहार की आपूर्ति

उल्लेखनीय है कि जिले में हजारों शालाओ में पोषण आहार की आपूर्ति की जाती है। जिसमें घटिया दर्जे का राशन भेजा जाता है, किंतु इस और प्रशासन द्वारा अनदेखी किए जाने के चलते तथा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अब तक कार्रवाई नहीं किए जाने से इस प्रकार के मामले आए दिन सामने आते हैं। किंतु अर्जुनी मोरगांव तहसील के अंतर्गत आने वाले राजोली केंद्र के मुख्य अध्यापकों द्वारा विद्यार्थियों के जीवन से खिलवाड़ ना करते हुए साहस का परिचय देते हुए घटिया सामग्री को वापस किया है।

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