बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले के सड़क अर्जुनी तहसील राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी द्वारा 20 मई को रास्ता रोको आंदोलन किया गया उपरोक्त आंदोलन में किसान कम व नेता व व्यापारी बड़ी संख्या में थे जिस सरकार द्वारा किसानों को बर्बाद किया गया है जिससे किसानों का जीवन मुश्किल में आ चुका है वहीं सरकार में शामिल लोग किसानों के समर्थन में मोर्चा निकाल रहे हैं यह शर्मनाक है। इस प्रकार की टिप्पणी पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले द्वारा की गई है।
उन्होंने आगे कहा कि गोंदिया धान उत्पादक जिला है जिसके चलते प्रतिवर्ष 1 से 5 मई के दौरान ग्रीष्मकालीन रबी धान खरीदी केंद्र शुरू करने की प्रक्रिया शुरू हो जाती थी तथा ग्रीष्मकालीन धान खरीदी करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। गत भाजपा सरकार के शासनकाल के दौरान प्रति वर्ष 1 से 5 मई के दौरान धान खरीदी केंद्र शुरू हो जाते थे किंतु महा विकास आघाडी सरकार द्वारा अब तक धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं किए गए हैं जिसके चलते किसानों में निराशा फैल चुकी है।
सरकार द्वारा किसानों को वर्ष 21-22 में बोनस दिया ही नहीं गया है तथा कर्ज नियमित वापस करने वाले किसानों को 50,000 प्रोत्साहन अनुदान घोषित किया गया किंतु एक भी किसानों को बोनस की निधि प्राप्त नहीं हुई है। जबकि केंद्र सरकार द्वारा किसान सम्मान निधि के अंतर्गत प्रत्येक किसानों के खातों में 6000 जमा किए परंतु राज्य सरकार द्वारा किसानों को केवल खोखले आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं दिया।
खरीफ मौसम में जिन किसानों का नुकसान हुआ उन किसानों से धान खरीदी सरकार द्वारा नहीं की गई तथा नुकसान भरपाई भी नहीं दी गई सिर्फ बिजली बिल बढ़ाया गया है साथ ही लोडशेडिंग कर तथा विद्युत कनेक्शन खंडित कर किसानों को तकलीफ देने का काम ही उपरोक्त सरकार द्वारा किया है। जिसके चलते किसान अब नेताओं के आंदोलन पर विश्वास नहीं रख रहे हैं। एक और राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता व राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल धान खरीदी का लक्ष्य बढ़ाने के लिए राज्य के आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल से पत्र व्यवहार करते हैं किंतु उसी पक्ष के जिले के नेता व्यापारियों का हाथ पकड़कर केंद्र सरकार को धान खरीदी के संदर्भ में जिम्मेदार बताते हुए आंदोलन कर रहे हैं तथा यह किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा हो रहा है।
राज्य सरकार को नीति तय करने का अधिकार होने के बावजूद किसानों को गुमराह किया जा रहा है साथ ही पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले ने चेतावनी दी है कि जिले के सभी धान खरीदी केंद्र जल्द से जल्द शुरू नहीं किए जाने पर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है।