शासकीय महिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की लापरवाही से प्रसूति के दौरान नवजात की मौत

बुलंद गोंदिया। गोंदिया के शासकीय महिला चिकित्सालय में लापरवाही का मामला आए दिन सामने आता है जिसमें नवजात बच्चों व प्रसूति के लिए आई गर्भवती महिलाओं को अपनी जान गंवानी पड़ती है। इसी प्रकार का एक मामला रविवार 24 अक्टूबर की रात 8:00 बजे के दौरान सामने आया जहां प्रसूति के लिए आई ढापेवाडा निवासी महिला प्रियामाला आशीष नंदेश्वर उम्र 32 वर्ष की डिलीवरी के दौरान उसके नवजात बेटे की चिकित्सकों की लापरवाही से मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ढापेवाडा निवासी प्रियामाला की यह दूसरी डिलीवरी थी इसके पूर्व उसकी एक 5 वर्षीय बेटी है। पहली डिलीवरी नॉर्मल हुई थी तथा उसकी दूसरी प्रस्तुति के लिए शासकीय महिला चिकित्सालय में 22 अक्टूबर को दाखिल कराया गया था जहां चिकित्सकों द्वारा जांच कर डिलीवरी होने में कुछ परेशानी बताई जिसके पश्चात परिजनों द्वारा ऑपरेशन के लिए मंजूरी दी किंतु चिकित्सकों की लापरवाही के चलते समय पर प्रसूति नहीं की गई जिससे 24 अक्टूबर की शाम 7:00 बजे के दौरान महिला को प्रसूति कक्ष में ले जाया गया जहां प्रसूति के दौरान ही नवजात बच्चे की मौत हो गई थी जिसके चलते आनन-फानन में महिला को तत्काल ऑपरेशन कक्ष में ले जाकर मृत बालक का सिजेरियन कर बाहर निकाला गया। उल्लेखनीय है कि बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था लेकिन चिकित्सकों के उपचार में लापरवाही के चलते नवजात की मौत हो गई जब परिजनों द्वारा इस संदर्भ में चिकित्सकों से सवाल जवाब किया गया तो अभद्रता पूर्ण जवाब दिया गया इस मामले में पीड़िता के पति व देवर द्वारा जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी दी गई जिसके पश्चात चिकित्सालय में जनप्रतिनिधियों के पहुंचने पर उपस्थित चिकित्सकों द्वारा अभद्र व्यवहार कर गलत जानकारियां दी गई । जनप्रतिनिधियों के पहुंचने पर उपस्थित चिकित्सकों द्वारा हंगामा करने के उद्देश्य से शासकीय मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बुलवाकर दबाव बनाने का कार्य किया इस संदर्भ में पीड़िता के पति आशीष नंदेश्वर ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑपरेशन के लिए डॉ केंद्र द्वारा 1000 लिए गए थे लेकिन बच्चे की मौत होने पर उसे वह वापस दिया गया तथा स्वस्थ बच्चे की मौत होने पर जब उपस्थित डॉक्टर से इस संदर्भ में बात की गई तो कार्रवाई की धमकी देकर अनाप-शनाप तरीके से जवाब दिया गया।
विशेष यह है कि शासकीय महिला चिकित्सालय में आए दिन इस प्रकार की लापरवाही तथा सिजेरियन डिलीवरी के नाम से मरीजों के परिजनों से पैसे की मांग डिलीवरी होने पर बच्चा दिखाने के नाम पर नीचे से लेकर ऊपर तक के कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा पैसे की मांग का गंभीर मामला निरंतर सामने आता है लेकिन उसके बावजूद यहां पर कार्य करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं होने से इनके हौसले बुलंद हो रहे हैं।
इस मामले में जब जनप्रतिनिधि के रूप में विशाल अग्रवाल, गजेंद्र फुंडे , अभय अग्रवाल ,प्रवीण पटले , पूरनलाल पाथोडे आदि के चिकित्सालय में पहुंचने पर चिकित्सकों द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ अभद्र व्यवहार कर जानकारी को छुपाने का प्रयास किया गया इसके पश्चात इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इस घटना की जानकारी तत्काल शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अपूर्व पावडे को दी गई जिसके पश्चात दिन द्वारा तत्काल अधीक्षक मेडिकल कॉलेज व अन्य चिकित्सकों को मामले की जांच के लिए भेजा।
डॉक्टर धवल सावंत की तानाशाही पूर्ण गुंडागर्दी
शासकीय महिला चिकित्सालय में कार्यरत डॉक्टर धवल सावंत व डॉक्टर वरुण द्वारा इस मामले के दौरान अभद्र व्यवहार करने के साथ ही मामले की स्थिति को और बिगाड़ने का कार्य किया गया इस संदर्भ में पीड़ित परिवार द्वारा दोषी चिकित्सक के खिलाफ शहर पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। तानाशाही पूर्ण तरीके से गुंडागर्दी करते हुए जनप्रतिनिधियों के वह परिजनों के पहुंचने पर उन पर दबाव बनाने के लिए शासकीय मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों को बुलवाकर हंगामा मचाने का मचाने का कार्य किया हालांकि जनप्रतिनिधियों के सकारात्मक रवैया के चलते मामला गंभीर नहीं हो पाया लेकिन डॉक्टर धवल सावंत द्वारा इस प्रकार विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ कर उन्हें हंगामे के लिए उकसाया जाने पर मामला काफी गंभीर हो सकता था यदि इसी प्रकार चलता रहा तो शासकीय महिला चिकित्सालय में कभी भी एक बड़ा गंभीर घटना घटित हो सकती है। जिससे मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह भी निर्माण हो सकता है।
विशेष यह है कि शासकीय सेवा में कार्यरत रहने के दौरान नियमानुसार निजी प्रेक्टिस नहीं की जा शक्ति लेकिन डॉक्टर धवल सावंत द्वारा अपने कार्य के दौरान कुड़वा व अदासी में निजी प्रैक्टिस खुलेआम की जा रही है। तथा मरीजों को परेशान करने के साथ ही पैसे की मांग व निजी चिकित्सालय में उपचार के लिए प्रताड़ित किया जाता है।
मामले की जांच शुरू दोषियों पर होंगी कार्रवाई
महिला चिकित्सालय में प्रसूति के दौरान नवजात की मौत के मामले में संबंधित दस्तावेज को जप्त कर मामले की जांच शुरू की गई है। तथा इस संदर्भ में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया तथा जांच पूरी होते ही दोषी चिकित्सकों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
– डॉ अपूर्व पावडे डिन शासकीय मेडिकल कॉलेज गोंदिया।

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