कुंए में उतरकर किसानों का आंदोलन ,2 वर्षों से लाभार्थी किसानों को नहीं मिली धड़क सिंचन विहीर योजना की राशि

सालेकसा तहसील के ग्राम भजेपार में प्रहार संगठन व किसानों का आंदोलन
बुलंद गोंदिया। गोंदिया जिले में आर्थिक वर्ष 2019-20 के अंतर्गत शासन की योजना धड़क सिंचन विहीर के अंतर्गत जिले के करीब 500 किसानों को कुएं के निर्माण हेतु निधि मंजूर की गई थी। किंतु गत 2 वर्षों से लाभार्थियों को निधि आवंटित नहीं होने से किसान आर्थिक संकट में जूझ रहे हैं। इसी के चलते सालेकसा तहसील के ग्राम भजेपार में सोमवार 30 अगस्त को किसानों द्वारा कुएं में उतर कर आंदोलन शुरू किया उपरोक्त आंदोलन किसानों वह प्रहार संगठन के संयुक्त तत्वधान में किया जा रहा है। किसानों के इस उग्र आंदोलन को देखते हुए जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
उल्लेखनीय है कि सालेकसा के कुछ लाभार्थियों किसानों द्वारा इसके पूर्व पत्र परिषद के माध्यम से प्रलंबित निधि की शासन से मांग की थी साथ ही शासन व प्रशासन को अनेकों बार निवेदन भी दिया गया था लेकिन किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं होने से किसानों का आक्रोश फूट पड़ा।
विशेष यह है कि इस योजना में लाभार्थी किसानों को कुए के निर्माण के लिए ढाई लाख रुपए प्राप्त होने हैं लेकिन शासन द्वारा अब तक एक भी रुपया नहीं दिया गया है किसानों द्वारा निजी साहूकारों से कर्ज लेकर कुंए का निर्माण किया है। जिससे वे आर्थिक संकट में आ चुके हैं। आंदोलन के दौरान सालेकसा के पुलिस निरीक्षक अरविंद राऊत, पटवारी नागपुरे तथा पंचायत समिति के पदाधिकारियों ने आंदोलनकारियों से भेट कर कुएं से बाहर आकर आंदोलन समाप्त करने की विनती की लेकिन आंदोलनकारियों द्वारा अपनी मांग रखी कि जब तक जिलाधिकारी गोंदिया आंदोलन स्थल पर आकर समाधान कारक जवाब नहीं देंगे तब तक आंदोलन शुरू रहेगा।
उपरोक्त आंदोलन में क्षेत्र के किसान प्रहलाद बहेकार, टाईकराम ब्राह्मणकर, छगन बहेकार, रघुनाथ चुटे, भागवत बहेकार, गाजेश्वर भंडारकर, पुरुषोत्तम बहेकार तथा प्रहर संगठन सालेकसा के शहर प्रमुख विशाल दसरिया, अभय कुराहे, अजय मच्छिरके, मिथिलेश दमाहै, आमगांव तहसील अध्यक्ष सुनील गिरडकर आदि शामिल थे।

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