10 हजार की रिश्वत लेते उमेद का कार्यालय अधीक्षक अमोल भागवत एसीबी के जाल में

बुलंद गोंदिया। महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण जीवनोन्ती अभियान उमेद जिला परिषद गोंदिया के कार्यालय अधीक्षक अमोल अन्नाजी भागवत उम्र 40 वर्ष को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए 4 अगस्त को जिप कार्यालय में एसीबी द्वारा रंगे हाथों धर दबोचा गया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण जीवनोन्नती अभियान के जिला अभियान व्यवस्थापक उमेद जिला परिषद गोंदिया के कार्यालय अधीक्षक अमोल अन्नाजी भागवत उम्र 40 वर्ष द्वारा गोंदिया निवासी फरियादी से वस्तु विक्री केंद्र पलास का मकान किराए का 4 माह का बिल निकालने के नाम पर 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी विशेष यही कि फरियादी की पाल चौक रेल टोली स्थित पलाश बिक्री केंद्र के लिए 14445 मासिक किराए के रूप में करारनामा हुआ था। किंतु कोविड-19 के चलते इमारत का करारनामा रद्द किया गया था। करारनामा रद्द होने के पूर्व मार्च 2021 से जून 2021 इसका बकाया किराया दिया जाना था। उपरोक्त 4 महीने के इमारत के किराए की राशि निकालने के नाम पर फरियादी से 10 हजार के रिश्वत की मांग की लेकिन फरियादी द्वारा रिश्वत न देने की मंशा को लेते हुए इसकी शिकायत गोंदिया एंटी करप्शन विभाग में की जिसके पश्चात 3 अगस्त को मामले की जांच कर 4 अगस्त को जिला अभियान कक्ष उमेद मैं आरोपी द्वारा 10 रुपये की रिश्वत लेते हुए पंचों के समक्ष एसीबी द्वारा रंगे हाथों धर दबोचा गया तथा आरोपी के खिलाफ गोंदिया ग्रामीण पुलिस थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून की1988 धारा 7 सुधारित अधिनियम 2018 के तहत मामला दर्ज किया गया ।
उपरोक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक रश्मि नांदेडकर, अपर पुलिस अधीक्षक मिलिंद तोतरे नागपुर के मार्गदर्शन में गोंदिया एसीबी के उप अधीक्षक रमाकांत कोकाटे ,सफो विजय खोबरागड़े, पोहवा प्रदीप तुलसकर, राजेश सेंद्रे, नापोसी योगेश ऊईके, रंजीत बिसेन, नितिन राहंगडाले, राजेंद्र बिसेन व सभी कर्मचारी गोंदिया द्वारा तथा वाहन चालक पोहवा देवानंद मारबतें द्वारा की गई।

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