मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण प्रतिदिन बढ़ रहा है। इसकी पार्श्वभूमी में शिक्षा मंत्रालय द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। जिसमें राज्य में पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को एक समान पास किया जाएगा तथा परीक्षा नहीं ली जाएंगी इस प्रकार की घोषणा शालेय शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने की। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण तेज गति से बढ़ रहा है। जिसके चलते पहली से आठवीं की वार्षिक परीक्षा के संदर्भ में एक बड़ा निर्णय लिया गया है। गत समय विद्यार्थी ऑनलाइन, ऑफलाइन, युटुब, गूगल के माध्यम से अपनी शिक्षा शुरू रखे थे। लेकिन वास्तविक रूप से कक्षा पहली से चौथी तक की साला शुरू ही नहीं हो पाई थी ।पांचवी से आठवीं तक के स्कूल कुछ स्थानों पर शुरू तो हुई पर पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो पाया किंतु विभिन्न माध्यमों से शिक्षा पहुंचाने का प्रयत्न किया गया परंतु वर्तमान में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों का वर्ष भर का मूल्यमापन करना आवश्यक है। तथा विद्यार्थियों द्वारा किस प्रकार अभ्यास किया है यह देखा जाएगा किंतु वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए परीक्षा लेना संभव नहीं है ।जिसके चलते सभी विद्यार्थियों को एक समान पास कर आगामी कक्षा में भेजने का निर्णय शालेय शिक्षा विभाग द्वारा लिया गया है ।
9 वीं व 11वीं के विद्यार्थियों के संदर्भ में जल्द ही निर्णय
कोरोना संक्रमण काल के दौरान ऑनलाइन, ऑफलाइन, यूट्यूब, गूगल के माध्यम से पढ़ाई शुरू थी आज का यह निर्णय पहली से आठवीं के विद्यार्थियों तथा आरटीई के अंतर्गत आने वाले विद्यार्थियों को एक समान पास किया जाएगा तथा 9वीं व 11वीं के विद्यार्थियों के संदर्भ में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा इस प्रकार की जानकारी वर्षा गायकवाड द्वारा दी गई।
दसवीं की लिखित परीक्षा 29 अप्रैल से 20 मई के दौरान
नई समय सारणी के अनुसार कक्षा दसवीं की लिखित परीक्षा 29 अप्रैल से 20 मई के दौरान होंगी तथा 12वीं की लिखित परीक्षा 23 अप्रैल से 21 मई तक आयोजित की जाएंगी इस प्रकार की जानकारी राज्य शिक्षा बोर्ड द्वारा दी गई। राज्य माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल पुणे, नागपुर, औरंगाबाद, मुंबई, कोल्हापुर, अमरावती, नासिक, नागपुर व कोकण यह नो विभागीय मंडल के माध्यम से 10वीं और 12वीं की परीक्षा ली जाएंगी ।
पहली से आठवीं तक की परीक्षाएं रद्द सभी विद्यार्थियों को किया जाएगा पास -शिक्षा मंत्री
